टॉप हेडलाइंस 3 सितम्बर 2020 ब्रेकिंग न्यूज़
सरकार ने भारतीय साइबर क्षेत्र की संरक्षा, सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए पबजी सहित 118 मोबाइल ऐप पर
रोक लगाई
मेट्रो का परिचालन 7 सितम्बर से शुरू
अयोध्या विकास प्राधिकरण ने प्रस्तावित राम मंदिर परिसर का नक्शा स्वीकृत किया
मंत्रिमंडल ने मिशन कर्मयोगी को मंजूरी दी; प्रधानमंत्री ने कहा-इस मिशन से सरकार के मानव संसाधन प्रबन्धन में
बडा बदलाव आयेगा
मंत्रिमंडल ने भारत और जापान के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर की मंजूरी
बंगलादेश में, भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सम्मान में राष्ट्रीय शोक
भारत वैश्विक नवाचार सूचकांक में पहली बार शीर्ष 50 देशों में शामिल
टेनिस में 7 साल में ग्रैंड स्लैम सिंगल्स के मुख्य ड्रा का मैच जीतने वाले सुमित नागल पहले भारतीय बने
1-सरकार ने भारतीय साइबर क्षेत्र की संरक्षा, सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए पबजी सहित -118 मोबाइल ऐप पर रोक
लगाई
सरकार ने पबजी सहित ऐसे 118 मोबाइल ऐप पर रोक लगा दी है जिन्हें भारत की संप्रभुता और अखंडता, देश की
रक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक व्यवस्था के लिए नुकसानदेह समझा गया है। इससे मोबाइल और इंटरनेट इस्तेमाल करने
वाले करोड़ों भारतीयों के हितों की रक्षा होगी। इस फैसले का लक्ष्य भारतीय साइबर-स्पेस की सुरक्षा, संरक्षा और
सार्वभौमिकता सुनिश्चित करना है। प्रतिबंधित मोबाइल ऐप में--पबजी मोबाइल नार्डिक मेप : लिविक, पबजी मोबाइल लाइट,
वीचैट वर्क, वीचैट रीडिंग, साइबर हंटर, लाइफआफ्टर और वारपथ प्रमुख हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने
इन ऐप पर रोक लगाते हुए कहा कि इनके बारे में विभिन्न स्रोतों से शिकायतें मिली थीं कि एंड्रॉयड और आईओएस प्लेटफॉर्म्स
पर मौजूद कुछ मोबाइल ऐप लोगों से जु़ड़ी सूचनाओं के साथ हेराफेरी कर रहे हैं और उसे लगातार देश से बाहर स्थित अपने
सर्वर तक अवैध रूप से पहुंचा रहे हैं। मंत्रालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि ऐसी गतिविधियों से भारत की सुरक्षा और
संरक्षा को क्षति पहुंच रही थी। यह बेहद गंभीर मामला था जिस पर तत्काल ध्यान देने और तत्काल उपाय करने की
आवश्यकता थी। मंत्रालय ने कहा कि गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र ने भी इन ऐप पर रोक लगाने की
व्यापक अनुशंसा की थी।
2-मेट्रो का परिचालन 7 सितम्बर से शुरू
आवास और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मेट्रो रेल सेवाएं बहाल किए जाने के बारे में आज मानक संचालन
प्रक्रिया संबंधी दिशा-निर्देश घोषित किए। मेट्रो का परिचालन इस महीने की सात तारीख से शुरू होने जा रहा है। इसे चरणबद्ध
तरीके से चलाया जाएगा और 12 सितम्बर तक सभी मार्गों पर मेट्रो सेवाएं चालू कर दी जाएंगी। शुरू में रेल सेवाएं कुछ
अंतराल पर चलाई जाएंगी, जिन्हें धीरे-धीरे बढ़ाते हुए 12 सितम्बर तक पूर्ण स्तर तक पहुंचा दिया जाएगा।
पहले चरण में मेट्रो सेवाएं दो शिफ्टों में उपलब्ध रहेंगी। पहली शिफ्ट सवेरे सात बजे से 11 बजे तक और दूसरी शिफ्ट
शाम चार बजे से आठ बजे तक उपलब्ध रहेंगी।
सामान्य परिचालन इस महीने की 12 तारीख से शुरू होगा। रेलगाडियों के फेरे यात्रियों की भीड़ के अनुसार
व्यवस्थित किए जाएंगे। कंटेनमेंट जोन वाले क्षेत्रों में मेट्रो स्टेशनों के दरवाजे नहीं खुलेंगे।
सभी यात्रियों और मेट्रो कर्मचारियों के लिए मास्क लगाना अनिवार्य होगा। केवल ऐसे व्यक्तियों को यात्रा की अनुमति होगी
जिनमें कोविड का कोई लक्षण न हो और जो थर्मल स्क्रीनिंग में उपयुक्त पाए जाएंगे।
स्मार्ट कार्ड और कैशलैस या डिजिटल लेन-देन को प्रोत्साहित किया जाएगा। टोकन और पर्चियों का इस्तेमाल करने से
पहले उन्हें समुचित सेनिटाइज करना जरूरी होगा।
इन दिशा-निर्देशों के आधार पर दिल्ली, नोएडा, चेन्नई, कोच्चि, बेंगलुरू, मुंबई-लाईन-एक, जयपुर, हैदराबाद,
महामेट्रो नागपुर, कोलकाता, गुजरात, और यूपी मेट्रो लखनऊ ने अपनी-अपनी मानक संचालन प्रक्रियाएं तैयार कर ली हैं।
महाराष्ट्र सरकार ने सितम्बर के दौरान मेट्रो सेवा शुरू न करने का फैसला किया है।
3-अयोध्या विकास प्राधिकरण ने प्रस्तावित राम मंदिर परिसर का नक्शा स्वीकृत किया
उत्तर प्रदेश में अयोध्या विकास प्राधिकरण-एडीए ने प्रस्तावित राम मंदिर और पूरे मंदिर परिसर का नक्शा स्वीकृत
कर दिया है। मंदिर परिसर के 2 लाख 74 हजार 110 वर्ग मीटर और राम मंदिर के 13 हजार वर्ग मीटर के नक्शे को पास कर
दिया गया।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने 29 अगस्त को अनुमोदन के लिए प्राधिकरण में नक्शा
प्रस्तुत किया था
4-मंत्रिमंडल ने मिशन कर्मयोगी को मंजूरी दी; प्रधानमंत्री ने कहा-इस मिशन से सरकार के मानव संसाधन प्रबन्धन में बडा
बदलाव आयेगा
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज राष्ट्रीय सिविल सेवा क्षमता निर्माण कार्यक्रम, मिशन कर्मयोगी को मंजूरी प्रदान की। यह
कार्यक्रम सरकारी कर्मचारियों के लिए क्षमता निर्माण का आधार होगा ताकि वे विश्वभर से उत्कृष्ट कार्य पद्धतियां सीखते हुए
भारतीय संस्कृति से भी निरंतर जुड़े रहें। मिशन कर्मयोगी का लक्ष्य भविष्य के लिए ऐसे भारतीय लोक सेवक तैयार करना है, जो
अधिक रचनात्मक, चिंतनशील, नवाचारी, व्यावसायिक और प्रौद्योगिकी-सक्षम हों। पत्रकारों को जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री
प्रकाश जावडेकर ने कहा कि कर्मयोगी स्कीम, मानव संसाधन विकास की दिशा में सरकार की सबसे बड़ी पहल होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मिशन कर्मयोगी से सरकार में मानव संसाधन प्रबंधन की पद्धतियों में मूलभूत
सुधार आएगा। श्री मोदी ने ट्वीट में कहा कि इस मिशन से अत्याधुनिक ढांचे के विकास और सरकारी कर्मचारियों की क्षमता
बढाने में मदद मिलेगी। श्री मोदी ने कहा कि मिशन कर्मयोगी